शेयर बाजार में एक और घोटाला: $1 से बना दिए ₹698 करोड़! | सेबी की बड़ी कार्रवाई heydinu57@gmail.com, February 13, 2025February 13, 2025 शेयर बाजार में धोखाधड़ी का एक और नया मामला सामने आया है, और इस बार सेबी ने एक कंपनी और उसके प्रमोटर्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। यह मामला हिमाचल प्रदेश की कंपनी एलएस इंडस्ट्रीज और उसके प्रमोटर प्रोफाउंड फाइनेंस से जुड़ा हुआ है। सेबी ने इन सभी आरोपियों पर शेयर बाजार में धोखाधड़ी और स्टॉक प्राइस मैनिपुलेशन के आरोप में ट्रेडिंग बैन लगा दिया है। घोटाले का केंद्र: जेपीपी और एलएस इंडस्ट्रीज इस घोटाले के केंद्र में हैं दुबई में बसे एनआरआई निवेशक जहांगीर पनिका वेतल (जेपीपी)। जेपीपी ने एलएस इंडस्ट्रीज में महज $1 के दाम पर 10 करोड़ शेयर खरीदे थे, और अब इन शेयरों की कीमत बढ़कर ₹698 करोड़ हो गई है। यह असामान्य बढ़ोतरी सेबी के लिए चिंता का कारण बनी है, क्योंकि कंपनी की आमदनी शून्य थी। ऐसे में यह शक पैदा होता है कि कंपनी और उसके प्रमोटर्स ने जानबूझकर शेयर की कीमतों को बढ़ाया। मुनाफे का खेल और फेमा उल्लंघन सेबी की जांच में यह भी पाया गया कि जेपीपी ने अपनी हिस्सेदारी का एक छोटा सा हिस्सा बेचकर अच्छा खासा मुनाफा कमाया, हालांकि वह अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचने में सफल नहीं हो पाए। इस मुनाफे को उन्होंने दुबई ट्रांसफर कर दिया, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या उन्होंने फेमा (फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट) का उल्लंघन किया है। रोबो चाफ कंपनी का अधिग्रहण और संदिग्ध गतिविधियां इस मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ, जब एलएस इंडस्ट्रीज ने रोबो चाफ कंपनी का अधिग्रहण करने का ऐलान किया। सेबी को संदेह है कि इस समय रोबो चाफ के निदेशकों के रिश्तेदारों ने एलएस इंडस्ट्रीज के शेयर बेचे और अच्छा मुनाफा कमाया। इसके अलावा मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एलएस इंडस्ट्रीज की बाजार में वैल्यू ₹55,500 करोड़ बताई गई थी, जबकि कंपनी की आमदनी शून्य थी। सेबी की कार्रवाई सेबी की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि एलएस इंडस्ट्रीज की शेयर कीमतों में असमान वृद्धि हुई थी, जिससे यह शक होता है कि धोखाधड़ी हो सकती है। सेबी अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और प्रोहिबिशन ऑफ फ्रॉड, लेंट एंड अनफेयर ट्रेड प्रैक्टिसेज और लिस्टिंग ऑब्लिगेशन एंड डिस्क्लोजर रिक्वायरमेंट्स के तहत कार्रवाई कर रही है। यह कदम निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए उठाया जा रहा है, क्योंकि जून 2024 में एलएस इंडस्ट्रीज के रिटेल निवेशकों की संख्या 3,892 से बढ़कर दिसंबर 2024 में 6,106 हो गई थी। यह घटना हमें याद दिलाती है कि शेयर बाजार में निवेश करते समय सतर्क रहना बहुत जरूरी है। निवेशकों को हमेशा अपने निवेश के बारे में पूरी जानकारी और अपडेटेड रहना चाहिए, ताकि किसी भी धोखाधड़ी से बचा जा सके। सेबी की कड़ी कार्रवाई ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और निवेशकों को सुरक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। Finance Business