क्या मोबाइल फोन अब बेकार होने वाले हैं? भविष्य में क्या होगा? heydinu57@gmail.com, February 13, 2025February 13, 2025 तकनीकी क्षेत्र में हम जानते हैं कि हर दिन कुछ नया हो रहा है। पिछले 10 सालों में हमने बहुत सी चीजों में बदलाव देखा है, और अब एक नया सवाल उठता है – क्या मोबाइल फोन अब बेकार होने वाले हैं? क्या इसके बाद कोई और डिवाइस हमारे जीवन का हिस्सा बनने वाला है? इस सवाल का जवाब हाल ही में मेटा के फाउंडर और सीईओ मार्क ज़करबर्ग ने दिया, जिन्होंने बताया कि भविष्य में मोबाइल फोन के स्थान पर स्मार्ट ग्लासेस का चलन हो सकता है। 10 साल पहले की तकनीकी दुनिया अगर हम 10 साल पहले की बात करें, तो तब मोबाइल फोन और इंटरनेट का उपयोग काफी महंगा हुआ करता था। लोग एसएमएस के जरिए एक-दूसरे से बात करते थे, और इंटरनेट का इस्तेमाल करना एक बड़ा खर्चा था। मुझे खुद याद है कि मेरे पास नोकिया का एक साधारण फोन था और मैंने एक बार इंटरनेट पर वेबसाइट खोली थी, लेकिन बिल देखकर तो मैं हैरान रह गया था। उस समय पोस्टपेड उपयोगकर्ता होने के कारण मेरा बैलेंस काफी घट गया था। अब की स्थिति: स्मार्टफोन ने सबकुछ बदल दिया आज के समय में मोबाइल फोन ने हमारी ज़िन्दगी को पूरी तरह से बदल दिया है। अब हम इंटरनेट, डाटा, और संचार के सभी कार्य अपने मोबाइल से कर सकते हैं। लैपटॉप और कंप्यूटर का उपयोग लोग अब कम ही करते हैं, क्योंकि उनका अधिकांश काम मोबाइल फोन से ही हो जाता है। भविष्य: स्मार्ट ग्लासेस का आगमन अब बड़ा सवाल यह है कि क्या मोबाइल फोन के बाद अगला कदम क्या होगा? इसका संकेत मेटा के फाउंडर मार्क जकरबर्ग ने हाल ही में दिया। उन्होंने बताया कि मोबाइल फोन लगभग 30 सालों से दुनिया में हावी हैं, लेकिन अब उनका समय समाप्त होने वाला है। जकरबर्ग ने कहा कि मोबाइल फोन की बड़ी और असुविधाजनक डिजाइन के कारण अब लोग स्मार्ट ग्लासेस की ओर बढ़ सकते हैं। स्मार्ट ग्लासेस हल्के और सुविधाजनक होंगे, और आपको इन्हें अपने साथ अलग से कोई डिवाइस लेकर नहीं चलना पड़ेगा। स्मार्ट ग्लासेस की खासियत स्मार्ट ग्लासेस क्या होंगे? ये आपके सामान्य चश्मे की तरह दिख सकते हैं, लेकिन इनमें एक स्मार्ट यंत्र की क्षमता होगी। इसमें वॉयस कमांड से काम होगा, यानी आप वॉयस कमांड देकर अपनी सभी ज़रूरतें पूरी कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, अगर आप जानना चाहते हैं कि भारत के पड़ोसी देश कौन से हैं, तो आपको सिर्फ अपने स्मार्ट ग्लासेस पर कमांड देना होगा और वह आपको आपकी आंखों के सामने उस जानकारी को प्रक्षिप्त (प्रोजेक्ट) कर देगा। आपको डिवाइस उठाने की आवश्यकता नहीं होगी, और यह आपके चश्मे में सीधे दिखाई देगा। आने वाला भविष्य: स्मार्ट ग्लासेस का राज मार्क जकरबर्ग ने यह भी कहा कि आने वाले 10 वर्षों में स्मार्ट ग्लासेस का इस्तेमाल बढ़ेगा और मोबाइल फोन का उपयोग काफी कम हो जाएगा। यह स्मार्ट ग्लासेस वॉयस कमांड के साथ काम करेंगे, और जैसे-जैसे तकनीक विकसित होगी, इनके आकार में भी कमी आएगी और ये सस्ते भी हो जाएंगे। इस तरह, आपका स्मार्टफोन धीरे-धीरे एक अप्रचलित डिवाइस बन जाएगा। तकनीकी क्षेत्र में हमेशा कुछ नया और चमत्कारी होता रहता है। अगर हम आज से 50 साल पहले किसी को मोबाइल फोन की बात बताते, तो वह विश्वास नहीं कर पाता। लेकिन अब हम जानते हैं कि मोबाइल फोन हमारी ज़िन्दगी का अहम हिस्सा बन चुके हैं। वही स्थिति स्मार्ट ग्लासेस के साथ भी हो सकती है। जकरबर्ग की भविष्यवाणी के अनुसार, 2030 तक स्मार्टफोन का प्रयोग काफी कम हो जाएगा और स्मार्ट ग्लासेस का दौर शुरू हो सकता है। इस बदलाव को देखते हुए हमें खुद को तैयार रखना होगा और आने वाले तकनीकी बदलावों को समझना होगा। क्या आपको लगता है कि स्मार्ट ग्लासेस मोबाइल फोन को रिप्लेस कर देंगे? अपने विचार कमेंट में जरूर बताइए। Technology